“स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” सिर्फ एक नारा नहीं, बल्कि एक बेहतर भविष्य की नींव है। जब हमारा देश स्वच्छ होगा, तो न केवल बीमारियां कम होंगी, बल्कि लोगों की जीवनशैली और सोच भी बदल जाएगी।
स्वच्छता की शुरुआत अपने घर, गली, और मोहल्ले से होती है। अगर हर नागरिक यह ठान ले कि वह कचरा सड़क पर नहीं फेंकेगा, प्लास्टिक का उपयोग कम करेगा, और साफ-सफाई का ध्यान रखेगा, तो हमारा भारत स्वस्थ और मजबूत बन सकता है।