मेरे विचार से, हर व्यक्ति को अपने क्षेत्र के विकास के लिए जिम्मेदारी उठानी चाहिए। गांव के प्रधान से लेकर विधायक और सांसद तक, हमारे नेता जनता के सेवक हैं। उनसे विकास कार्यों पर चर्चा करना, योजनाओं की जानकारी लेना, और समस्याओं को साझा करना हमारा अधिकार है।
अगर हम अपनी आवाज़ उठाएंगे, तो न केवल विकास तेज़ होगा, बल्कि नेताओं को भी अपनी ज़िम्मेदारी का एहसास होगा। चुप रहकर बदलाव की उम्मीद नहीं की जा सकती। सामूहिक प्रयास ही क्षेत्र के विकास का आधार है।