मेरे विचार:
मेरे अनुसार, लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना भी एक बड़ा बदलाव हो सकता है। जब लोग अपने अधिकारों को समझते हैं, तो वे अपनी समस्याओं के समाधान के लिए आवाज़ उठा सकते हैं और समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकते हैं।
डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भी यही किया—लोगों को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति शिक्षित किया। आज के समय में, शिक्षा और जागरूकता ही वह ताकत है, जो समाज को आगे बढ़ा सकती है। यदि हर व्यक्ति अपने अधिकारों को जाने और उनका सही उपयोग करे, तो यह न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामूहिक प्रगति का कारण बनेगा।