जातिवाद हमारे देश के विकास में सबसे बड़ी रुकावटों में से एक है। जब हम जाति के आधार पर सोचते हैं या फैसले लेते हैं, तो हम एक समान और न्यायपूर्ण समाज का निर्माण नहीं कर पाते।
जातिवाद ने न केवल सामाजिक एकता को तोड़ा है, बल्कि शिक्षा, रोजगार और राजनीति जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी भेदभाव को बढ़ावा दिया है। डॉ. भीमराव अंबेडकर ने भी जातिवाद को समाज के विकास में सबसे बड़ी बाधा बताया था। अगर हम जातिवाद से ऊपर उठें और सभी को समान अवसर दें, तो हमारा देश तेजी से प्रगति कर सकता है।