मेरी शिकायत — पुलिस द्वारा हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ
मैं “ChaiGuy Café” का मालिक हूं और पिछले 7 वर्षों से राजापार्क, जयपुर में यह कैफ़े बिना किसी शोर-शराबे या अवैध गतिविधियों के शांतिपूर्वक चला रहा हूं।
मुझे अब लगातार स्थानीय पुलिस द्वारा परेशान और धमकाया जा रहा है।
18 जुलाई की रात, मुझे पुलिस ने जबरन कैफ़े 11 बजे बंद करने का दबाव डाला, जबकि मैंने जब पूछा कि मेरी दुकान क्यों बंद की जा रही है, तो एक सिपाही ने बेहद अपमानजनक लहजे में कहा:
“मेरी मर्ज़ी, जब चाहें बंद कराऊँ, तुझे कौन पूछने वाला है?”
इसी समय, मेरे पीछे के पूरे मार्केट में सिगरेट की दुकानें, कैफ़े और दूसरे फास्ट फूड स्टॉल खुले थे, जहाँ पुलिस खुद सिगरेट और कॉफ़ी पी रही थी।
जब मैंने उनसे पूछा कि बाकी दुकानों को बंद क्यों नहीं किया जा रहा, तो उन्होंने कहा:
“तू खाली अपनी सोच मत कर, फालतू बात मत कर।”
और गाली-गलौज और बदतमीज़ी शुरू कर दी।
असल कारण क्या है?
मैं वहां सबसे पुराना और मेहनती दुकानदार हूं, लेकिन पिछले कुछ महीनों से वहाँ के अन्य दुकानदार जिनकी दुकानें नहीं चलती, वे मुझसे जलन रखते हैं और उन्होंने पुलिस को अपनी मिलीभगत से मेरे खिलाफ भड़काया है।
वहाँ एक “हफ्ता सिस्टम” भी चलता है, जहाँ दुकानदार पुलिस को घूस देते हैं और जो यह नहीं देता, उसे परेशान किया जाता है।
मुझसे कोई गलत काम नहीं हुआ है, मेरा क़सूर सिर्फ इतना है कि मेरी दुकान चल रही है और मैं पुलिस को “हफ्ता” नहीं देता।
मैं मानसिक रूप से टूट चुका हूं
मैं अब हर रोज़ मानसिक टॉर्चर, धमकियों और अपमान का सामना कर रहा हूं।
कई बार मन में आता है कि खुद को नुकसान पहुंचा दूं, लेकिन फिर परिवार और मेहनत की याद आती है।
मेरी मांग:
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पुलिस उत्पीड़न की उच्च-स्तरीय निष्पक्ष जांच की जाए।
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मुझे और मेरी दुकान को कानूनी सुरक्षा दी जाए।
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जिन दुकानदारों और पुलिसवालों की मिलीभगत से यह सब हो रहा है, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो।