मेरे विचार में, आज की राजनीति जनहित से ज्यादा स्वार्थ और सत्ता की होड़ में उलझी हुई लगती है। कई बार बड़े वादे और योजनाएं केवल चुनावी लाभ तक सीमित रह जाती हैं। पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी आम जनता के विश्वास को कमजोर कर रही है।
हालांकि, डिजिटल युग में जागरूकता बढ़ रही है, और लोग सवाल पूछने लगे हैं। युवा पीढ़ी को अब राजनीति में सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए, ताकि नीतियां जनहितकारी बनें और भ्रष्टाचार पर लगाम लगाई जा सके।
राजनीति का असली उद्देश्य समाज का विकास और देश की प्रगति होना चाहिए, न कि केवल सत्ता प्राप्त करना।