सेबा में श्री मान महोदय अबगत कराना है प्रार्थी सोनू गोस्वामी जिला पीलीभीत मोहल्ला दुर्गा प्रसाद बीसलपुर का निवासी है दिनांक12.9.2015 को axis Bank बीसलपुर में माता हर प्यारी नें अपना बचत खाता XXXXXXXXXXXXX3382 खुलवाया था अनपढ़ होने की वजह से एक्सिस बैंक के एजेंट मुकेश द्वारा प्रार्थी की माता हरप्यारी का हाथ पकड़ कर अपने आप साइन करायें थे उसी वक्त मुकेश द्वारा एक साइन मैक्स लाइफ इंश्योरेंस के कागज़ पर भी करा लिया गया कुछ समय बाद एजेंट द्वारा प्रार्थी के घर आकर मैक्स लाइफ इंश्योरेंस की पालिसी लेने का प्लान समझाया जिसमें प्रार्थी ब उसकी माता द्वारा पालिसी लेने से साफ इंकार कर दिया था मगर कुछ समय बाद प्रार्थी की माता हरप्यारी के खाते से बीस हजार रुपए काट कर इंश्योरेंस कर दिया गया हर प्यारी द्वारा जब बैंक जाकर विरोध किया तब कहा गया आपके पैसे अब दस साल बाद ही ब्याज होंगे ब्याज के साथ तब प्रार्थी की माता द्वारा अपना अकाउंट बंद करा दिया गया जिससे दुबारा पैसे ना काटे जाएं दस साल पुर्ण होने के बाद प्रार्थी अपने पैसे लेने बैंक गया तो मना कर दिया तब प्रार्थी द्वारा आईजी आर एस पर संख्या 4001512500250 पर शिकायत दर्ज कराई जिसमें कहा गया बीस साल बाद पैसा वापस होगा फिर कंज्यूमर हैल्पलाइन डाॅकेट नंबर 6802015 पर शिकायत दर्ज कराई जिसमें 15 साल बाद कहा गया बैंक द्वारा धोखाधड़ी करने के बाद प्रार्थी की माता द्वारा इंश्योरेंस में कोई जरूरी कागज़ात जैसे आधार,पैनकार्ड,जाती,निबास,आय कोई भी कागज़ात बैंक को नहीं दिया इंश्योरेंस में सालाना आय एक लाख बीस हजार दर्शाई गई जो ग़लत है लाभार्थी के पति महात्मा हैं भिक्षा मांगकर गुजर बसर करते इंश्योरेंस कराने की संभावना ही नहीं बैंक द्वारा अपना टारगेट पूरा करने के लिए हरप्यारी के साथ धोखाधड़ी की गई अतः श्रीमान जी से निवेदन है कृपा कर प्रार्थी की माता के पैसे ब्याज के साथ वापस कराने की कृपा करें या धोखाधड़ी का मुकदमा पंजीकृत कराने की कृपा करें अन्यथा प्रार्थी अग्रिम कार्रवाई हेतु बाध्य हो जाएगा।
प्रार्थी सोनू गोस्वामी शिवसेना जिला सचिव
Dear @nmno_ji
For the alleged fraud involving Axis Bank agent Mukesh and the unauthorized Max Life Insurance policy on your illiterate mother’s account, submit a formal complaint to Axis Bank via their grievance redressal portal. Include all evidence and complaint numbers (e.g., 4001512500250, 6802015). Also file an FIR at your nearest police station under IPC sections related to fraud and forgery, since consent and documents were misused.
If still need help, reply to us.