भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 2 कानून में प्रयुक्त प्रमुख कानूनी शब्दों की परिभाषाएँ प्रदान करती है। यह परिभाषाएँ कानूनी प्रावधानों की व्याख्या स्पष्ट करती हैं और आपराधिक कानून प्रवर्तन में समानता सुनिश्चित करती हैं।
मुख्य परिभाषाएँ:
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कर्म (Act) – एक ही कार्य या कार्यों की श्रृंखला को दर्शाता है।
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पशु (Animal) – सभी जीवों को शामिल करता है सिवाय मनुष्यों के।
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बालक (Child) – 18 वर्ष से कम आयु का कोई भी व्यक्ति।
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नकली बनाना (Counterfeit) – एक वस्तु को दूसरी जैसी बनाना ताकि धोखा दिया जा सके।
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यदि नकली वस्तु मूल जैसी न भी हो, तब भी यह जालसाजी मानी जाएगी।
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यदि कोई किसी वस्तु को किसी और जैसी बनाकर लोगों को धोखा देने का प्रयास करता है, तो यह प्रमाणित होने तक जालसाजी मानी जाएगी।
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न्यायालय (Court) – एक न्यायाधीश या न्यायाधीशों का समूह जो न्यायिक कार्य करता हो।
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मृत्यु (Death) – किसी मानव की मृत्यु को संदर्भित करता है।
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बेईमानी (Dishonestly) – किसी व्यक्ति को गलत तरीके से लाभ या हानि पहुंचाने के इरादे से किया गया कार्य।
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दस्तावेज़ (Document) – कोई भी लिखित, मुद्रित, या डिजिटल रिकॉर्ड जो साक्ष्य के रूप में उपयोग किया जा सकता है।
- इसमें अनुबंध, चेक, पावर ऑफ अटॉर्नी, नक्शे, और लिखित निर्देश शामिल हैं।
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धोखाधड़ी (Fraudulently) – किसी कार्य को धोखा देने के इरादे से करना।
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लिंग (Gender) – “वह” शब्द पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के लिए उपयोग किया जाता है (ट्रांसजेंडर व्यक्ति (अधिकार संरक्षण) अधिनियम, 2019 के अनुसार)।
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अच्छी नीयत (Good Faith) – कोई कार्य देखभाल और सावधानी के साथ किया गया हो।
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सरकार (Government) – केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों।
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आश्रय देना (Harbour) – किसी अपराधी को शरण, भोजन, धन, हथियार, या अन्य सहायता प्रदान करना।
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चोट (Injury) – किसी व्यक्ति के शरीर, मन, प्रतिष्ठा, या संपत्ति को नुकसान पहुंचाना।
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अवैध (Illegal) – कोई भी कार्य जो अपराध है, कानून द्वारा निषिद्ध है, या नागरिक मुकदमे का आधार हो सकता है।
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न्यायाधीश (Judge) – कोई भी व्यक्ति जो कानूनी निर्णय देने के लिए अधिकृत हो।
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जीवन (Life) – किसी मानव जीवन को संदर्भित करता है।
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स्थानीय कानून (Local Law) – जो भारत के किसी विशेष क्षेत्र पर लागू होता है।
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पुरुष (Man) – किसी भी आयु का पुरुष व्यक्ति।
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माह और वर्ष (Month and Year) – ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार।
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चल संपत्ति (Movable Property) – भूमि और स्थायी चीजों को छोड़कर अन्य सभी संपत्तियाँ।
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संख्या (Number) – एकवचन में बहुवचन शामिल है और बहुवचन में एकवचन।
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शपथ (Oath) – कोई भी कानूनी रूप से मान्य घोषणा या पुष्टि।
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अपराध (Offense) – कोई भी कार्य जो इस कानून के तहत दंडनीय हो।
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उल्लंघन (Omission) – एकल या अनेक कृत्यों की अनदेखी।
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व्यक्ति (Person) - कोई भी व्यक्ति, कंपनी, संगठन या संघ।
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जनता (Public) - कोई भी समुदाय या लोगों का समूह।
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लोक सेवक (Public Servant) - सरकारी अधिकारी, न्यायाधीश, पुलिस, कर अधिकारी, चुनाव अधिकारी, और सार्वजनिक कार्य करने वाले अन्य अधिकारी।
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विश्वास करने का कारण (Reason to Believe) - किसी व्यक्ति के पास कुछ सत्य मानने का पर्याप्त कारण हो।
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विशेष कानून (Special Law) - जो किसी विशिष्ट विषय से संबंधित हो।
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मूल्यवान सुरक्षा (Valuable Security) - कोई भी दस्तावेज़ जो कानूनी अधिकार या दायित्व को स्थापित करता हो (जैसे, हस्ताक्षरित चेक)।
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जलयान (Vessel) - कोई भी जल-परिवहन वाहन।
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स्वेच्छा से (Voluntarily) – कोई कार्य जिसे करने वाला जानबूझकर या संभावित परिणामों को समझकर करता है।
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वसीयत (Will) – किसी व्यक्ति की संपत्ति के संबंध में उनकी मृत्यु के बाद की इच्छाओं को दर्शाने वाला दस्तावेज़।
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महिला (Woman) – किसी भी आयु की महिला व्यक्ति।
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अनुचित लाभ (Wrongful Gain) – अवैध रूप से संपत्ति प्राप्त करना।
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अनुचित हानि (Wrongful Loss) – अवैध रूप से संपत्ति का नुकसान उठाना।
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गलत तरीके से लाभ या हानि (Gaining or Losing Wrongfully)-
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व्यक्ति अनुचित लाभ प्राप्त करता है यदि वह अवैध रूप से संपत्ति प्राप्त करता है या रखता है।
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व्यक्ति अनुचित हानि उठाता है यदि वह अवैध रूप से संपत्ति से वंचित हो जाता है।
- शब्दों की व्याख्या (Words Not Defined Here) – यदि कोई शब्द इस संहिता में परिभाषित नहीं है, लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000, या भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 में परिभाषित है, तो उसका वही अर्थ होगा।
यह कैसे सुरक्षा प्रदान करती है:
यह धारा कानूनी मामलों में स्पष्टता और न्यायिक एकरूपता बनाए रखती है। यह गलत व्याख्याओं को रोकने और कानूनी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने में मदद करती है।
उदाहरण:
यदि कोई व्यक्ति चेक की राशि बदल देता है, तो यह नकली बनाना (Counterfeit) माना जाएगा।
यदि कोई व्यवसाय धोखाधड़ी करता है, तो “व्यक्ति” की परिभाषा सुनिश्चित करती है कि कंपनी को भी जवाबदेह ठहराया जा सकता है।
डिजिटल अनुबंध (E-Contract) भी दस्तावेज़ (Document) की परिभाषा में आएगा और इसे अदालत में साक्ष्य के रूप में उपयोग किया जा सकता है।